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broken forearm x-ray

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  1. Forearm Antero-posterior view 

Position of patient and cassette

पेशेंट को xray टेबल के पास बैठाया जाता है । affected side को टेबल की ओर रखा जाता है। arm को abduct किया जाता है तथा elbow joint को fully extend condition में रखा जाता है ।  forearm को supination condition में image receptor पर रखते हैं। shoulder को elbow joint के लेवल तक झुकाया जाता है। image receptor को forearm के नीचे रखा जाता है । wrist तथा elbow joint को इसमे शामिल रखते हैं। arm को इस तरह से adjust किया जाता कि radial तथा ulnar styloid process तथा medial तथा lateral epicondyle कैसेट से equidistant पर हो।
broken forearm x-ray




Direction and centring of the X-ray beam

Collimated vertical x-ray Beam के सेंटर को forearm के mid point पर तथा elbow तथा wrist  के मध्य में रखते हैं।

Essential image characteristics

Image में elbow तथा wrist joint दोनों शामिल होने चाहिए । तथा दोनों joint true AP projection में दिखाई देने चाहिए 


  2.  Forearm lateral projection

Position of patient and cassette

AP पोजीशन से elbow को 90 डिग्री पर फ्लेक्स करते हैं । humerus को इस तरह से 90°  internally rotate किया जाता है कि upper arm , elbow , forearm , wrist तथा hand  कैसेट के contact में हो । arm को इस तरह से एडजस्ट किया जाता है कि radial तथा ulnar styloid process तथा medial तथा lateral epicondyle  एक दूसरे पर superimposed हो।
broken forearm x-ray




Direction and centring of the X-ray beam

Collimated vertical x-ray beam के सेन्टर को forearm के mid line तथा  wristelbow joint के मध्य में रखते हैं।

Essential image characteristics


 दोनों elbow तथा wrist इमेज में शामिल होने चाहिए । दोनों joint true lateral  पोजीशन में प्रदर्शित होने चाहिए तथा styloid process पर condyles आपस में superimposed  होने चाहिए।