Autotransformer {AT}
एक्स-रे रूम में सप्लाई किए जाने वाले वोल्टेज को एक्स-रे जनरेटर तक ऑटो ट्रांसफार्मर की सहायता से कनेक्ट किया जाता है।function of autotransformer
यह एक्सरे ट्यूब के फिलामेंट सर्किट को वोल्टेज प्रोवाइड करता है।यह हाई वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर को वोल्टेज प्रोवाइड करता है ।
यह सहायक सर्किट ( automatic filament boosting circuit) को भी वोल्टेज प्रोवाइड करता है ।
यह KvP मीटर को लगाने के लिए एक कन्वेंट लोकेशन प्रदान करता है । जोकि एक्स-रे ट्यूब के किनारों पर वोल्टेज का मापन करता है।
Construction of autotransformer
ऑटो ट्रांसफार्मर में एक सिंगल वाइंडिंग होती है जो कॉपर वायर की बनी होती है यह वाइंडिंग एक लैमिनेटेड आयरन कोर पर लिपटी होती है ।ऑटो ट्रांसफॉर्मर सेल्फ इंडक्शन( स्व:प्रेरण ) के सिद्धांत पर कार्य करता है ।
ऑटो ट्रांसफार्मर के इनपुट पॉइंट A तथा B पर एक AC करंट अप्लाई किया जाता है। यह करंट आयरन कोर में एक मैग्नेटिक फ्लक्स प्रेरित करता है यह मैग्नेटिक फ्लक्स इस कुंडली को बनाने वाले प्रत्येक फेरे से लिंक हो जाता है तथा इसके प्रत्येक फेरे में एक वोल्टेज प्रेरित करता है।
Exa. यदि कुंडली के A तथा B पॉइंट में 230v वोल्टेज अप्लाई किया जाए तथा A एवं B के मध्य 115 फेरे हो तो प्रत्येक फेरे से संबंधित वोल्टेज 2v होगा ।इसका एक पॉइंट कॉमन होता है जहां इनपुट तथा आउटपुट दोनों जुड़ सकते हैं।
Advantage of autotransformer
ड्यूल वाइंडिंग ट्रांसफॉर्मर की तुलना में इसकी साइज छोटी होती है। यह वजन में हल्का होता हैं।यह सस्ता होता होता है ।
इसमे मैग्नेटिक फ्लक्स लॉस बहुत कम होता जिससे पॉवर लॉस कम होती है।
एक दिए गए साइज तथा द्रव्यमान के लिये इसकी VA{voltage amp} rating अधिक होती है।