fractured Femur xray
Femur के नियमित रूप से दो projection लेते हैं । विशेषतः दोनों hip and knee joint image में शामिल होते है। यदि यह सम्भव ना हो तो injury के पास वाला स्थान image में जरूर शामिल होना चाहिए।
1. Femur anterior posterior projection
Position of patient and cassette
Patient के दोनों पैरों को extend करके x-ray table पर supine सुलाया जाता हैं। patella को femur के ऊपर centralize करने के लिए affected limb को थोड़ा rotate करते हैं। position को maintain रखने के लिए knee के नीचे sandbag रखते है। cassette को bucky tray में रखकर limb के नीचे लगा देते हैं । जांघ के posterior aspect को इस प्रकार adjust करते है जिससे दोनों hip and knee joint शामिल हो जाए । वैकल्पिक रूप में cassette को जांघ के posterior aspect के विपरीत इस प्रकार adjust करते है जिससे दोनों hip and knee joint शामिल हो जाए।
Direction and centring of x-ray beam
Centre को cassette के मध्य में रखते है तथा vertical central ray को दोनों femoral condyles को जोड़ने वाली काल्पनिक लाइन से 90 डिग्री पर या लम्बवत रखते हैं।
2. Femur shaft lateral basic
Position of patient and cassette
Patient को antero-posterior position से affected side की ओर rotate करते हैं तथा knee को थोड़ा flex करते हैं। pelvis को जांघ से अलग करने के लिए पीछे की तरफ rotate करते हैं। limb की position को इस प्रकार adjust करते हैं जिससे कि femoral condyles एक दूसरे पर vertically superimpose हो जाए। cassette को bucky tray के अंदर जांघ के lateral aspect के नीचे रखते है।
Direction and centring of the x-ray beam
Centre को cassette के बीच तथा vertical central ray को दोनों femoral condyles को जोड़ने वाली काल्पनिक रेखा के समांतर देते हैं।