Dental radiography
दाँतो के अंदर होने वाली बीमारियों जैसे :- bone loss , benign & malignant masses , एवं अन्य किसी प्रकार के infection आदि का पता लगाने के लिए दाँतो की radiography dental radiography कहलाती है। dental radiography करने के दौरान पेशेंट को lead apron , lead thyroid collar sheet पहना देना चाहिए , जिससे कि पेशेंट के dental area के अलावा अन्य स्थानों पर radiation लगने की सम्भावना कम से कम हो।
Dental radiography दो प्रकार की होती है -
1. Intra oral dental radiography
इस प्रकार की dental radiography में radiographic film को पेशेंट के मुँह के अंदर रखकर expose किया जाता है। तथा इस प्रकार की radiographic फिल्मों का साइज 1-1 , 4-1 , 5-8 inches होता हैं एवं यह double inclusion film होती है जो कि बिना screen के ही exposed की जाती है एवं इस प्रकार की प्रत्येक फिल्में back side से lead coat की packing में लिपटी होती है। जिससे की radiation dose पेशेंट को कम लगें।
2. Extra oral dental radiography
इस प्रकार की dental radiography में radiographic film को रोगी के मुँह के बाहर रखकर expose किया जाता है तथा इस प्रकार की radiographic film panaromic exposure होता हैं तथा इस प्रकार की स्केनिंग से प्राप्त radiographic view को panaromic view कहते है।
Panaromic view का लाभ यह होता हैं कि इसमें एक बार के exposure में ही सम्पूर्ण दाँतो का x-ray हो जाता हैं। जिससे कि समस्त डेंटल एरिया में होने वाली बीमारियों का पता एक ही exposure में लगाया जा सकता है। extra oral dental radiographic सम्पूर्ण रूप से अधिक उपयोगी होती हैं। panaromic फिल्मों का size 5×12 inch होता हैं तथा यह single emulsion film होती हैं। जैसे OPG ( Ortho pantomime gram )