BONES OF THORAX
introduction
- thorax की bones मिलकर Thoracic Cage का निर्माण करते हैं।
- यह एक conical cavity होती है।
- ये posterior की ओर 12 Thoracic Vertebral से सामने Sternum से तथा Lateral में ribs से जुड़ी होती है।
Function :-
यह भीतर स्थित organs जैसे- heart ,lungs तथा other organs की protection करता है।
STERNUM
Position & Structure :-
- sternum Flat प्रकार की bone होती है।
- यह Chest के सामने बीच में skin के नीचे स्थित होती हैं अतः उसे chest bone भी कहते हैं।
- इसकी length लगभग 16 cm होती है।
- sternum के three main part होते हैं-
(A) Manubrium :-
- manubrium triangular तथा sternum का सबसे ऊपर वाला part होता है।
- यह दोनों ओर ऊपरी तथा बाहरी भाग में Clavicle bone से जुड़ा होता।
- ये joint एक दूसरे से Juglar notch द्वारा पृथक रहते हैं।
- manubrium के lateral से Ribs का first pair जुड़ता है तथा second Pair manubrium तथा sternum body की joint से जुड़ा होता है।
- यहाँ पर जो joint के बीच में angle बनता है उसे Angle of Louis कहते हैं।
(B) Body
- यह sternum का long तथा narrow part होता है।
- यह part manubrium तथा Xiphoid Process के मध्य स्थित होता है।
- इस part के दोनों ओर Notch होती है जिसमें 3rd , 4th , 5th , 6th तथा 7th ribs की cartilage जुड़ती है।
(C) Xiphoid Process
- यह sternum या उरोस्थि का last part होता है।
- यह उपर Body के साथ जुड़कर Xpihi-sternal joint बनाता है।
- यह childhood में Cartilage का बना होता है लेकिन old age में यह cartilage bone में convert हो जाती है।
RIBS
Position & Structure
- sternum के दोनों ओर lateral में 12 pair ribs जुड़ती है।
- " ये flat , long type की bones होती है, जो पीछे से Thoracic Vertebrae से जुड़ी होती है।
- ribs आपस में Costal Cartilage द्वारा जुड़ी होती है।
- first 7 pair ribs lenght में बड़ी होती है तथा last 5 pair ribs छोटी होती है।
- ribs का झुकाव posterior से anterior की ओर होता है।
- ribs का posterior हिस्सा अधिक Stable होता है।
- anterior end moveable होता है।
Classifications of Ribs
ribs को उनकी position & structure के आधार पर five part में divided किया गया है-
1. True Ribs :- प्रथम 7 pair ribs True Ribs कहलाती है। क्योंकि ये Direct रूप से sternum से जुड़ी होती है।
2. False Ribs :- 8th , 9th तथा 10th ribs false ribs कहलाती है, क्योंकि ये Indirect रूप से sternum से जुड़ी होती है।
3. floating Ribs :- last two pair (11 & 12) ribs floating अर्थात् तैरने वाली ribs कहलाती है, क्योंकि ये आगे से free होती है तथा पीछे से Vertebral Column से जुड़ी होती है।
4. Typical Ribs :- 3rd ribs से 9th ribs typical ribs कहलाती है।
5. Atypical Ribs :- 1st , 2nd , 10th , 11th , 12th ribs atypical ribs कहलाती है।
Characteristics of Ribs
ribs में निम्न विशेषताएँ पाई जाती है-
- first pair ribs अन्य ribs की अपेक्षा सबसे small तथा wide होती है।
- first pair ribs में respiration के दौरान किसी भी प्रकार की कोई movement नहीं होती है।
- ribs Hyaline Cartilage की बनी होती है जो ribs को flexibility provide करती है।
- विभिन्न ribs के बीच का आकार भिन्न होता है यह space Intercostal muscle द्वारा भरा होता है। ये respirationमें main role निभाते हैं।