Sacro-iliac joint PA x-ray
Sacrum bone दोनों iliac bones के बीच मे पीछे स्थित होती है। sacrum की सतह iliac bone से जुड़कर sacro-iliac joint बनाती है। यह joint surface oblique direction में होती है। prone position में oblique ray joint की दिशा से मिलती हैं। postero-anterior projection joint को देखने मे AP projection की तुलना में अधिक प्रभावी होता है। PA projection gonads को radiation dose AP projection की तुलना में कम देता है।
Position of patient and cassette
Median sagittal plane को table top से लम्बवत रखते हुए patient को prone position में लेटाते है। posterior superior iliac spine को tabletop से equidistant पर रखते है। patient की midline table Bucky mechanism की centre line से मिलनी चाहिए। एक 24×30cm की cassette को crosswise bucky tray में रखते है तथा cassette को इस प्रकार व्यवस्थित करते है जिससे कि central ray cassette के centre से गुजरे ।
Direction and centring of x-ray beam
Posterior superior iliac spine के level पर midline पर centre देते हैं। central ray को 5 - 15 डिग्री ऊपर से पैरो की तरफ angle देते हैं। यह angle patient के sex पर निर्भर करता है। female में यह angle पैरो की तरफ ज्यादा दिया जाता हैं। primary beam को collimate करते है।