x-ray film Cassette
कैसेट एक हार्ड होल्डर होता है जो स्क्रीन व फिल्म को रखने के काम में आता है यह light tight डिवाइस होती है जिससे इसमें प्रकाश प्रवेश नहीं कर सकता है कैसेट का मुख्य उद्देश्य यह होता है की फिल्म को प्रकाश के एक्सपोजर से बचाना तथा फिल्म को किसी भी प्रकार की बैंडिंग या रगड़ ,स्क्रैच से बचाना।structure
कैसेट के 2 भाग होते हैं सामने या फ्रंट भाग तथा back part होते हैं। फ्रंट भाग एक्स रे ट्यूब की ओर होता है तथा यह कम/low एटॉमिक नंबर के मटेरियल से बना होता है जिससे की x rays आसानी से उस भाग से गुजरती हुई x ray फिल्म को एक्सपोज कर दे। तथा कैसेट का पीछे का भाग हाई एटॉमिक नंबर वाले मटेरियल से बना होता है साधारणतः इसके लिए लेड (pb ) को चुना जाता है। जो कि रेडिएशन को अवशोषण (absorb) करने का कार्य करता है तथा पेशेंट को scattered रेडिएशन से protection प्रोवाइड करता है
कैसेट के फ्रंट भाग में फ्रंट इंटेंसिफाइंग स्क्रीन लगी होती है तथा पीछे के भाग में बैक इंटेंसिफाइंग स्क्रीन लगी होती है। xray फिल्म में फ्रंट इंटेंसिफाइंग स्क्रीन तथा बैक इंटेंसिफाइंग स्क्रीन के मध्य में load कि जाती है । कैसेट में फिल्म की लोडिंग तथा अनलोडिंग डार्क रूम के अंदर ही की जानी चाहिए।Note-:
कैसेट के पीछे के भाग में क्लिप एवं हिंज लगे होते हैं जो कैसेट को प्रकाश रोधी बनाते हैं एवं कभी-कभी इन क्लिप के द्वारा एक्स-रे का बैक स्कैटर हो जाता है जिससे फिल्मों पर आर्ट इफेक्ट आ जाता है परंतु ऐसा उच्च कीलोवोल्टेज रेडियोग्राफी में होता है।
Care/handling of cassette -:
कैसेट रेडियोलॉजी विभाग की बहुत इंपोर्टेंट डिवाइस होती है क्योंकि यह फिल्म को प्रकाश तथा विकिरण विरोधी वातावरण प्रदान करती है जिससे कि बहुत हद तक रेडियोलॉजी विभाग में इमेज की गुणवत्ता से संबंधित गड़बड़ियों से बचा जा सकता है अतः कैसेट्स को कुछ विशेष सावधानियों की आवश्यकता होती है जो निम्नलिखित है1.कभी भी कैसेट को white light and day light में ओपन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे x-ray फिल्म spoil हो जाती हैं।
2.रेडियोलोजी विभाग में कार्य के दौरान कैसेट की रफ(rough) हैंडलिंग नहीं करनी चाहिए जिससे की कैसेट में किसी प्रकार के scratch अथवा अन्य किसी खराबी की संभावना ना रहे।
3. कैसेट के पीछे के भाग पर लगे हिंज तथा क्लिप की समय-समय पर जांच करते रहना चाहिए यदि यह क्लिप खराब हो गए हो तो इनको सही समय पर सुधारना चाहिए अथवा कैसेट के अंदर प्रकाश एवं रेडिएशन पहुंचने की संभावना बनती है जिससे की फिल्में खराब हो सकती है
4.डार्क रूम में काम करते समय कैसेट को डेवेलपर एवं फिक्सर सोल्यूशन से दूर रखना चाहिए वरना इन सोल्यूशन के धब्बे कैसेट पर लग सकते हैं
5. कैसेट को समय-समय पर कॉटन pad के द्वारा साफ करते रहना चाहिए जिससे धूल आदि के कण कैसेट्स के अंदर न पहुंच सके
6.कैसेट को उनके साइज के अनुसार लेंथ-वाइज रखना चाहिए जैसे की अलमारी में किताबों को रखा जाता है यदि कैसेट को एक के ऊपर एक रखेंगे तो फिल्मों पर प्रेशर आ जाता है जिसे फिल्म पर स्टैटिक आर्टीफैक्ट की संभावना बनती है
7.डार्क रूम में कार्य के दौरान जब कैसेट खुली हुई हो तो उस समय डार्क रूम में काम करने वाले रेडियोग्राफर को कम से कम बोलना चाहिए तथा छींक खासी आने की अवस्था में कैसेट को तुरंत बंद कर देना चाहिए अन्यथा मुंह से निकलने वाले saliva की drops से कैसेट्स में उपस्थित स्क्रीन पर धब्बे आ सकते हैं जिससे फिल्मों पर भी आर्टीफैक्ट आ सकता है।
8.समय-समय पर कैसेट्स का स्टरलाइजेशन/विसंक्रमण करते रहना चाहिए क्योंकि यह अति गंभीर एवं संक्रमित बीमारियों वाले मरीज के संपर्क में रहती है।